कैसे मिलेगा शिक्षा ऋण | शिक्षा ऋण के बारे में पूरी जानकारी | How to get Education Loan

विश्व की करीब 17% जनसंख्या भारत में रहती है। हम जनसंख्या के मामले में चीन के बाद पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर आते हैं। लेकिन आज भी हमारी जनसंख्या में शिक्षित लोगों का प्रतिशत अन्य विकासशील देशों की तुलना में काफी कम है। भारत के पास पूरी दुनिया की सबसे युवा जनसंख्या है। हमारी जनसंख्या की औसत आयु मात्र 29 से 30 वर्ष के बीच है। आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद भी हमारी केवल 74.04 प्रतिशत जनसंख्या(2021) ही शिक्षित है। अगर बात करें महिलाओं की तो इसकी स्थिति और भी खराब है। महिलाओं की केबल 65.46% ही जनसंख्या (2021)शिक्षित है। हमारे पास विश्व की 17% जनसंख्या होने के बाद भी हम कुशल व प्रशिक्षित कार्यबल(Workforce) की कमी से जूझ रहे हैं। बहुत ही कम छात्र उच्च शिक्षा(Higher Education) हेतु नामांकन करवा पाते हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण है गरीबी ।

वर्तमान में शिक्षा प्राप्त करना काफी खर्चीला हो गया है। जिसके कारण हमारे युवा शक्ति को अपने आप को शिक्षित व कार्य कुशल बनाने में कठिनाई का सामना कर रही है। इन्हीं सब कठिनाइयों को दूर करने के लिए हमारी भारत सरकार द्वारा सभी बैंकों को अधिक से अधिक शिक्षा प्रदान करने के लिए आदेशित किया गया है। भारत सरकार द्वारा शिक्षा ऋण को प्रोत्साहित करने के लिए इसे प्राथमिकी क्षेत्र का दर्जा दिया गया है। शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य व केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा ऋण के ब्याज में अनुदान(Subsidy) भी दिया जाता है। शिक्षा ऋण पर दिए जाने वाले ब्याज पर भी आयकर की छूट प्रदान की जाती है।

इस पोस्ट में हम शिक्ष ऋण के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। बैंकों द्वारा दिए जाने वाले शिक्षा ऋण दिये जाने की प्रोसेस में एकरूपता बनाए रखने के लिए भारतीय बैंक संघ(इंडियन बैंक एसोसियेशन:IBA) द्वारा समय-समय पर मॉडल एजुकेशन लोन स्कीम जारी की जाती है नवीनतम मॉडल एजुकेशन लोन स्कीम वर्ष 2015-16 में लाई गई थी।

शिक्षा ऋण के लिए अधिकतम कितना लोन मिलेगा

भारत में शिक्षा के लिएअधिकतम ₹10.0 लाख*
विदेश में शिक्षा के लिए अधिकतम ₹20.0 लाख*
*उपरोक्त ऋण सीमा प्राथमिक सेक्टर लेंडिंग में वर्गीकृत की जाने की है। बैंक इस सीमा से अधिक का ऋण भी स्वीकृत कर सकते हैं।

कौन-कौन से खर्चों के लिए शिक्षा ऋण दिया जाता है

शिक्षा में आने वाले सभी खर्चों के लिए शिक्षा ऋण प्रदान किया जाता है जैसे कि:

  1. ट्यूशन फीस
  2. हॉस्टल फीस
  3. किताबों/लाइब्रेरी का खर्च
  4. ड्रेस/कंप्यूटर/इक्विपमेंट्स मशीनरी का खर्च
  5. विदेश जाने आने/ट्रेनिंग का खर्च
  6. अन्य खर्चे

शिक्षा ऋण के लिए स्टूडेंट की उम्र कितनी होनी चाहिए

शिक्षा ऋण लेने के लिए स्टूडेंट की उम्र 18 वर्ष होना जरूरी नहीं है। अगर स्टूडेंट की उम्र 18 वर्ष से कम होती है तो लोन डॉक्युमेंट्स उसके पैरेंट्स द्वारा साइन(Execute) किए जाते हैं। लेकिन जब छात्र वयस्क(Adult) हो जाता है तो उसके द्वारा भी लोन डॉक्युमेंट्स साइन कर दिये जाते है।

किन कोर्सों के लिए बैंक शिक्षा ऋण देते हैं

बैंक सभी उन रोजगारपरक(Professional) कोर्स/डिग्री प्रोग्राम/डिप्लोमा के लिए लोन देते हैं जिनको पास करके स्टूडेंट रोजगार पा सके या खुद का व्यवसाय किया जा सके। जिससे वो पैसे कमा सके व बैंक का ऋण भी चुका सके।

भारत में शिक्षा के लिए:

  1. स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री और पीजी डिग्री के लिए स्वीकृत पाठ्यक्रम मान्यता प्राप्त कॉलेजों/विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित डिप्लोमा जो की UGC/ Govt./ AICTE/ AIBMS/ ICMR आदि द्वारा मान्यता प्राप्त हों।
  2. ICWA, CA, CFA जैसे पाठ्यक्रम
  3. IIMs, IITs, IISc, XLRI. NIFT,NID द्वारा संचालित पाठ्यक्रम। निफ्ट, एनआईडी आदि
  4. नियमित डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे वैमानिकी, पायलट प्रशिक्षण,शिपिंग, डिग्री/डिप्लोमा इन नर्सिंग या किसी अन्य विषय में अनुमोदित नागरिक उड्डयन(Director General of Civil Aviation)/ नौवहन(Shipping)/भारतीय नर्सिंग परिषद(Indian Nursing Council)/NICTE/IMC द्वारा अनुमोदित ।
  5. प्रतिष्ठित विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा भारत में स्वीकृत पाठ्यक्रम।

विदेश में शिक्षा के लिए:

  1. स्नातक: नौकरी उन्मुख पेशेवर / तकनीकी के लिए।
  2. प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान किए जाने वाले पाठ्यक्रम।
  3. पोस्ट ग्रेजुएशन: MCA, MBA, MS आदि।
  4. CIMA- London, CPA in USA आदि द्वारा संचालित पाठ्यक्रम।
  5. डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे वैमानिकी, पायलट प्रशिक्षण, नौवहन आदि के प्रयोजन के लिए भारत/विदेश में सक्षम नियामक निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त हैं।

नोट:उपरोक्त सूची सांकेतिक(Indicative) है। बैंक अन्य नौकरी उन्मुख(Oriented) पाठ्यक्रमों के लोन को मंजूरी दे सकते हैं।

शिक्षा लोन लेने के लिए कौन कौन से डॉक्युमेंट्स जरूरी होते हैं

  1. केवाईसी(KYC) डॉक्युमेंट्स(छात्र व पैरेंट्स के) जैसे की पैन कार्ड/आधार कार्ड/वोटर आईडी कार्ड/ आदि।
  2. छात्र व पैरेंट्स के 4-4 पासपोर्ट साइज़ फोटो।
  3. ऋण आवेदन पत्र (Application form) विद्या लक्ष्मी पोर्टल(Vidya Lakshmi Portal) द्वारा भरा हुआ।
  4. 10th,12th की मार्क्स शीट ।
  5. UG डिग्री या पीडीसी(Provisional Degree Certificate) यदि लोन PG Degree के लिए चाहिए।
  6. एड्मिशन लेटर।
  7. फीस की रसीद यदि कुछ जमा किया गया हो तो।
  8. Counselling लेटर।
  9. Qualifying एक्जाम लेटर/स्कोर या रैंक लेटर।
  10. कॉलेज द्वारा जारी किया गया फीस का Estimate या Schedule
  11. VISA/पासपोर्ट यदि लोन विदेश में शिक्षा के लिए चाहिए।
  12. यूटिलिटि बिल (वॉटर बिल/लाइट बिल/हाउस टैक्स आदि)
  13. पैरेंट्स का Income Proof यदि वो नौकरी में हैं तो जैसे ITRs/Salary Slip आदि।
  14. अन्य डॉकयुमेंट जो बैंक द्वारा मांगी जाए।

शिक्षा ऋण पर मार्जिन(अंशदान) कितना होता है

₹ 4 लाख तक: Nil
₹ 4 लाख से ऊपर भारत में अध्ययन: 5%
विदेश में पढ़ाई के लिए किसी भी ऋण राशि के लिए:15%

केंद्र व राज्य सरकारों के द्वारा मिलने वाले विभिन्न छात्रवृत्ति को भी मार्जिन माना जाता है मार्जिन शुरुआत में ही नहीं देना होता है जैसे जैसे फीस की जरूरत होती है वैसे वैसे ही साल दर साल मार्जिन बैंक द्वारा लिया जाता है।

शिक्षा ऋण की ब्याज़ दर कितनी होती है

आम तौर पर शिक्षा ऋण में लगने वाला ब्याज़ होम/कार लोन से अधिक होता है। लेकिन फिर भी ये 8 से 9.5% के बीच रहता है । सरकारी बैंको का ब्याज़ प्राइवेट बैंको की तुलना में अक्सर कम होता है। शिक्षा ऋण पर ब्याज़ बैंको द्वारा समय समय पर कम ज्यादा किया जा सकता है। शिक्षा ऋण लेने के बाद जब तक डिग्री या कोर्स चलता है तब तक शिक्षा ऋण सादा ब्याज (Simple Interest) लगाया जाता है। उसके बाद यह कम्पाउण्ड ब्याज के रूप में लगना शुरू हो जाता है।

शिक्षा अवधि के दौरान कोई भी ब्याज देने की आवश्यकता नहीं होती है।लेंकिन यदि स्टूडेंट/पैरेंट्स चाहें तो महीने दर महीने लगने वाले ब्याज को चुका सकते है।

शिक्षा ऋण पर सिक्योरिटी/कोलटरल (Security/Collateral)

शिक्षा ऋण की राशि सिक्योरिटी/कोलटरल
₹ 4 लाख तक कोई सिक्योरिटी नहीं , केवल पैरेंट्स को सह ऋणी(Co-Borrower) बनाया जाता है।
₹ 4 लाख से ऊपर ₹ 7.50 लाख तकपैरेंट्स को सह ऋणी(Co-Borrower) बनाया जाता है। सिक्योरिटी थर्ड पार्टी गारंटी(Third Party Guarantee) के रूप में ली जाती है। यदि ऋण को क्रेडिट गारंटी(CGFSEL) के अंतर्गत कवर किया जाता है तो थर्ड पार्टी गारंटी की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
₹ 7.50 लाख से ऊपर पैरेंट्स को सह ऋणी(Co-Borrower) बनाया जाता है। उचित राशि के सिक्योरिटी/कोलटरल देनी होगी जो की लोन से अधिक वैल्यू की होनी चाहिए।(जैसे- मकान/दुकान/अन्य व्यावसायिक संपत्ति/पेपर सिक्योरिटी)

शिक्षा ऋण मिलने में कितना समय लगता है

यदि एप्लिकेशन सभी जरूरी कागजो के साथ बैंक को उपलब्ध करा दी जाती है तो बैंक को 15 दिनो के भीतर ऋण आवेदन को स्वीकृत(Sanction) या अस्वीकृत(Reject) करना होता है। एप्लिकेशन सभी जरूरी कागजो के साथ बैंक को उपलब्ध करा देने के बाद आप समय समय पर आप बैंक से अपने आवेदन की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

शिक्षा ऋण चुकाने के लिए कितना समय मिलता है

शिक्षा ऋण चुकाने के लिए अधिकतम 15 वर्ष का समय मिलता है। यह समय डिग्री या कोर्स पूरा होने के 1 साल बाद या नौकरी मिलने के 6 महीने बाद जो भी पहले हो से शुरू हो जाता है। यदि स्टूडेंट किन्ही कारणो से डिग्री या कोर्स तय समय में पूरा नहीं कर पता है तो उसे बैंक द्वारा 2 वर्ष तक का अतिरिक्त समय दिया जा सकता है।

शिक्षा ऋण कैसे अप्लाई करें

शिक्षा ऋण अप्लाई करने के लिए आपको केवल विद्या लक्ष्मी पोर्टल(Vidya Lakshmi Portal) के द्वारा ही अप्लाई करना होता है। वर्तमान में सभी बैंक इस विद्या लक्ष्मी पोर्टल पर जुड़े है। इसी पोर्टल के माध्यम से आप अपने बैंक और ब्रांच का चयन करके लोन अप्लाई कर सकते हैं। विद्या लक्ष्मी पोर्टल का लिंक: https://www.vidyalakshmi.co.in/Students/

विद्या लक्ष्मी पोर्टल
MBBS के लिए शिक्षा ऋण कैसे लें
एजुकेशन लोन के ब्याज 1% ब्याज की छूट कैसे मिलेगी

FAQs:

1.प्रश्न: पढ़ाई के लिए लोन कितना मिल सकता है?

उत्तर- भारत में शिक्षा के लिए अधिकतम ₹10.0 लाख* विदेश में शिक्षा के लिए अधिकतम ₹20.0 लाख* (*उपरोक्त ऋण सीमा प्राथमिक सेक्टर लेंडिंग में वर्गीकृत की जाने की है। बैंक इस सीमा से अधिक का ऋण भी स्वीकृत कर सकते हैं।)

2.प्रश्न: स्टूडेंट लोन पर ब्याज कितना है?

उत्तर- आम तौर पर शिक्षा ऋण में लगने वाला ब्याज़ होम/कार लोन से अधिक होता है। लेकिन फिर भी ये 8 से 9.5% के बीच रहता है । सरकारी बैंको का ब्याज़ प्राइवेट बैंको की तुलना मई अक्सर कम होता है।

3.प्रश्न: शिक्षा ऋण का भुगतान कैसे करें?

उत्तर- शिक्षा ऋण चुकाने के लिए अधिकतम 15 वर्ष का समय मिलता है। यह समय डिग्री या कोर्स पूरा होने के 1 साल बाद या नौकरी मिलने के 6 महीने बाद जो भी पहले हो से शुरू हो जाता है। यदि स्टूडेंट किन्ही कारणो से डिग्री या कोर्स तय समय में पूरा नहीं कर पता है तो उसे बैंक द्वारा 2 वर्ष तक का अतिरिक्त समय दिया जा सकता है।

4.प्रश्न: शिक्षा ऋण कैसे अप्लाई करें?

उत्तर- शिक्षा ऋण अप्लाई करने के लिए आपको केवल विद्या लक्ष्मी पोर्टल(Vidya Lakshmi Portal) के द्वारा ही अप्लाई करना होता है। वर्तमान मई सभी बैंक इस विद्या लक्ष्मी पोर्टल पर जुड़े है। इसी पोर्टल के माध्यम से आप अपने बैंक और ब्रांच का चयन करके लोन अप्लाई कर सकते हैं। विद्या लक्ष्मी पोर्टल का लिंक: https://www.vidyalakshmi.co.in/Students/

5.प्रश्न: शिक्षा ऋण चुकाने के लिए कितना समय मिलता है?

उत्तर- शिक्षा ऋण चुकाने के लिए अधिकतम 15 वर्ष का समय मिलता है। यह समय डिग्री या कोर्स पूरा होने के 1 साल बाद या नौकरी मिलने के 6 महीने बाद जो भी पहले हो से शुरू हो जाता है। यदि स्टूडेंट किन्ही कारणो से डिग्री या कोर्स तय समय में पूरा नहीं कर पता है तो उसे बैंक द्वारा 2 वर्ष तक का अतिरिक्त समय दिया जा सकता है।

6.प्रश्न: शिक्षा ऋण मिलने में कितना समय लगता है?

उत्तर- यदि एप्लिकेशन सभी जरूरी कागजो के साथ बैंक को उपलब्ध करा दी जाती है तो बैंक को 15 दिनो के भीतर ऋण आवेदन को स्वीकृत(Sanction) या अस्वीकृत(Reject) करना होता है। एप्लिकेशन सभी जरूरी कागजो के साथ बैंक को उपलब्ध करा देने के बाद आप समय समय पर आप बैंक से अपने आवेदन की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

7.प्रश्न: शिक्षा ऋण पर मार्जिन(अंशदान) कितना होता है?

उत्तर- ₹ 4 लाख तक: Nil, ₹ 4 लाख से ऊपर भारत में अध्ययन: 5%, विदेश में पढ़ाई के लिए किसी भी ऋण राशि के लिए:15%

8.प्रश्न: शिक्षा ऋण के लिए स्टूडेंट की उम्र कितनी होनी चाहिए ?

उत्तर- शिक्षा ऋण लेने के लिए स्टूडेंट की उम्र 18 वर्ष होना जरूरी नहीं है। अगर स्टूडेंट की उम्र 18 वर्ष से कम होती है तो लोन डॉक्युमेंट्स उसके पैरेंट्स द्वारा साइन(Execute) किए जाते हैं। लेकिन जब छात्र वयस्क(Adult) हो जाता है तो उसके द्वारा भी लोन डॉक्युमेंट्स साइन कर दिये जाते है।

9.प्रश्न: कौन-कौन से खर्चों के लिए शिक्षा ऋण दिया जाता है?

उत्तर- ट्यूशन फीस , हॉस्टल फीस, किताबों/लाइब्रेरी का खर्च, ड्रेस/कंप्यूटर/इक्विपमेंट्स मशीनरी का खर्च, विदेश जाने आने/ट्रेनिंग का खर्च, अन्य खर्चे

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